बुधवार, 6 जनवरी 2016

'आदिवासी समाज, भाषा और साहित्‍य' पर दो दिवसीय राष्‍ट्रीय संगोष्‍ठी

पिछले लगभग एक दशक में आदिवासी लेखन की खोज और विश्‍लेषण के काम में काफी तेजी आई है. इस वक्‍त देशभर में इतनी बड़ी संख्‍या में आदिवासी रचनाकार सक्रिय हैं कि आदिवासी साहित्‍य की उपलब्‍धता का सवाल अब अप्रासंगिक हो चुका है. आदिवासी साहित्‍य पर बातचीत भी रचनाओं और रचनाकारों की सूची से आगे बढ़कर आदिवासी दर्शन सहित विविध गहन बिंदुओं पर जा पहुंची है. ऐसे में आदिवासी समाज, भाषा और साहित्‍य पर नए संदर्भों में बात करना जरूरी हो जाता है. जहां एक तरफ जयपाल सिंह, हेराल्‍ड एस. तोपनो जैसे आदिवासी विचारकों के लेखन के सामने आने से आदिवासी विचार और दर्शन को समझने में मदद मिली है वहीं सुशीला सामद और एलिस एक्‍का जैसे रचनाकारों की रचनाओं ने आदिवासी साहित्‍य के लंबे इतिहास की रूपरेखा बना दी है. इसी तरह वंदना टेटे की आदिवासी साहित्‍य की सैद्धांतिकी पर आई किताबों ने आदिवासी लेखन और गैर-आदिवासी लेखन के संबंध में नई बहस छेड़ दी है. साथ ही पूर्वोत्‍तर और दक्षिण भारत के आदिवासी रचनाकारों के सवालों को भी शामिल किये बिना आदिवासी साहित्‍य की मुकम्‍मल तस्‍वीर नहीं बनाई जा सकती. आइए, इन नए संदर्भों में आदिवासी समाज, भाषा और साहित्‍य पर दो दिन स्‍वस्‍थ बातचीत करते हैं. 

 गोष्‍ठी के उप-विषय
·        आदिवासी समाज और साहित्‍य
·        आदिवासी साहित्‍य की अवधारणा
·        आदिवासी चिंतन का विकास
·        आदिवासी दर्शन और जयपाल सिंह
·        आदिवासी दर्शन और हेराल्‍ड एस तोपनो
·        समकालीन आदिवासी लेखन – पहचान और प्रवृत्तियां
·        भाषाओं की मुक्ति का संदर्भ और आदिवासी भाषाएं
·        आदिवासी साहित्‍य का इतिहास और विकास
·        आदिवासी साहित्‍य की प्रवृत्तियां
·        आदिवासी साहित्‍य की विचारधारा का प्रश्‍न
·        आदिवासी कविता : इतिहास और प्रवृत्तियां
·        आदिवासी उपन्‍यास : इतिहास और प्रवृत्तियां
·        आदिवासी कहानी : इतिहास और प्रवृत्तियां
·        आदिवासी नाटक और रंगमंच
·        आदिवासी साहित्‍य के समक्ष चुनौतियां और संभावनाएं
·        आदिवासी विमर्शआदिवासी आलोचना और आदिवासी चिंतन
·        आदिवासी साहित्‍य और दलित साहित्‍य
·        आदिवासी साहित्‍य में स्‍त्री का प्रश्‍न

शोध-पत्र या उसका सार भेजने की अंतिम तिथि- 25 जनवरी2016 
(शोध पत्र मौलिक व अप्रकाशित हो)

गोष्‍ठी संबंधी किसी भी तरह का संवाद करने के लिए ईमेल पता- adivasisahityaseminar@gmail.com

रजिस्‍ट्रेशन शुल्‍क- 500रुपये

* रजिस्‍ट्रेशन शुल्‍क केवल शोध-पत्र प्रस्‍तुत करने वाले प्रतिभागियों के लिए.
* प्रतिभागियों के आवास-भोजन की व्‍यवस्‍था होगी. यात्रा-भत्‍ता का निर्धारण अनुदान की उपलब्‍धता के आधार पर किया जाएगा. विभिन्‍न संस्‍थानों में कार्यरत प्रतिभागियों से निवेदन है कि वे अपने संस्‍थान से यात्रा-भत्‍ता प्राप्‍त करने की कोशिश करें. 

संयोजक- डॉ. गंगा सहाय मीणा
एसोशिएट प्रोफेसरभारतीय भाषा केन्‍द्र
जवाहरलाल नेहरू विश्‍वविद्यालय
नई दिल्‍ली-110067
मोबाइल- 0-9868489548
ऑफिस- 011-2673873226704217

आदिवासी समाज, भाषा और साहित्‍य विषय पर शोध-पत्र आमंत्रित

6-7 फरवरी 2016 को जवाहरलाल नेहरू विश्‍वविद्यालय में होने वाले दो दिवसीय राष्‍ट्रीय सेमिनार के लिए शोध पत्र/सार आमंत्रित हैं. भेजने का पता है- adivasisahityaseminar@gmail.com भेजने की अंतिम तिथि- 20 जनवरी 2016